शब्द का अर्थ
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भौत :
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वि० [सं० भूत+अण्] १. भूत-संबंधी। २. भूत-निर्मित। भौतिक। ३. भूत-प्रेत संबंधी। पैशाचिक। ४. भूताविष्ट। पुं० १. मन्दिर। २. पुजारी। ३. वह जो भूत-प्रेतों की पूजा करता हो। ४. भूतों का दल या वर्ग। ५. भूत-यज्ञ। वि०=बहुत।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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भौतारन :
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वि०=भव-तारण (परमेश्वर)। |
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भौतिक :
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वि० [सं० भूक+ठक्—इक] १. पंचभूतों से संबंध रखनेवाला। २. पंचभूतों से बना हुआ। ३. इस जगत से संबंध रखनेवाला। लौकिक। सांसारिक। ४. पार्थिव। शरीर संबंधी। शारीरिक। (मैटीरियल) ५. भूत योनि से संबंध रखनेवाला। ६. प्राकृतिक नियमों सिद्धान्तों, रूपों आदि से संबंध रखनेवाला। (फ़िजिकल) जैसे—भौतिक विज्ञान। पुं० महादेव। शिव। २. उपद्रव। ३. आधि, व्याधि, कष्ट और रोग। ४. आँख, कान आदि शरीर की इंद्रियाँ। |
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भौतिक चिकित्सा :
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स्त्री० [सं०] आधुनिक चिकित्सा प्रणाली की वह शाखा जिसमें इस बात का विवेचन होता है कि शरीर की उखड़ी या टूटी हुई हड्डियाँ बैठाने या जोड़ने के उपरांत किस प्रकार मालिश, व्यायाम सेंक आदि के द्वारा उन्हें ठीक से तरह से काम करने के योग्य बनाया जाता है। (फ़िज़ियोथैरपी) |
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भौतिक भूगोल :
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पुं० [सं० कर्म० स०] भूगोव की वह शाखा जिसमें इस बात का विवेचन होता है कि पृथ्वी के किस अंश की प्राकृतिक बनावट कैसी है और उसमें कैसे उत्पादन होते हैं। (फिज़िकल ज़ियाग्रैफ़ी, फ़िज़ियोग्रैफी) |
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भौतिकवाद :
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पुं० [सं० ष० त० ?] १. वह दार्शनिक सिद्धान्त जिसके अनुसार पंचभूतों से बना हुआ यह संसार ही वास्तविक और सत्य माना जाता है (मिटीरियलिज्म) २. दे० ‘यथार्थवाद’। |
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भौतिकवादी :
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वि० [सं०] भौतिकवाद का। पुं० जो भौतिकवाद का अनुयायी या पोषक हो। |
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भौतिक विद्या :
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स्त्री० [सं० कर्म० स०] १. भूत-प्रेत संबंध स्थापित करे, उन्हें बुलाने और दूर करने की विद्या। २. दे० ‘भौतिक विज्ञान’। |
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भौतिक सृष्टि :
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स्त्री० [सं० कर्म० स०] पुराणानुसार दैव, मनुष्य और तिर्यक् योनियों का समाहार। |
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भौतिकी :
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स्त्री० दे० ‘भौतिक विज्ञान’। |
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भौती :
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स्त्री० [सं० भूत+अण्, वृद्धि+ङीप्] रात। रात्रि। रजनी। स्त्री० [हिं० भँवना=घूमना] एक बालिश्त लम्बी और पतली लकड़ी जिसकी सहायता से ताने का चरखा घूमाते हैं। भेंडती। (जुलाहा) |
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भौत्य :
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पुं० [सं० भूति+ष्यञ्] चौदहवें मनु जो स्मृति के पुत्र थे। (पुराण) |
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