शब्द का अर्थ
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मजाक :
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पुं० [अ० मज़ाक] १. हँसी-ठट्ठा। परिहास। मुहा०—(किसी का) मजाक उड़ाना=किसी को तुच्छ सिद्ध करने के लिए हँसी की बातें कहकर उपहासास्पद बनाना। उपहास करना। (किसी काम को) मजाक समझना=हँसी-खेल या खेलवाड़ समझना। पद—मजाक में=किसी विशिष्ट विचार से नहीं, बल्कि परिहास में या यों ही। २. किसी बात या विषय में होनेवाली स्वाभाविक प्रवृत्ति या रुचि। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मजाकन :
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अ० [अव्य० मज़ाकन] मज़ाक या परिहास के रूप में। हँसी के तौर पर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मजाकिया :
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वि० [अ० मज़ाकियः] १. मजाक या परिहास से सम्बन्ध रखनेवाला। जैसे—मज़ाकिया मज़मून, मजाकिया शायरी। २. (व्यक्ति) जो बहुत अधिक या प्रायः मजाक करता रहता हो। मज़ाक-पसंद। क्रि० वि०=मज़ाकन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |