शब्द का अर्थ
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माट :
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पुं० [हिं० मटका] १. रंगरेजों के रंग घोलने का मिट्टी का बड़ा बरतन। मुहावरा—माट बिगड़ जाना या बिगड़ना= (क) किसी का स्वभाव ऐसा बिगड़ जाना कि उसका सुधार असम्भव हो। (ख) किसी काम या बात का पूरी तरह से बिगड़कर नष्ट-भ्रष्ट हो जाना। २. दही रखने की मटकी। पुं० [देश] एक प्रकार की वनस्पति जिसका व्यवहार तरकारी के रूप में होता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माटा :
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पुं० [हिं० मटा] लाल रंग का च्यूँटा जिसके झुंड आम के पेड़ों पर रहते हैं। पुं० =मटका। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माटी :
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स्त्री० [हिं० मिट्टी] १. मिट्टी। २. बैलों के संबंध में, साल भर की जोताई या उसकी मेहनत। जैसे—यह बैल चार माटी का चला है। ३. पाँच तत्त्वों में से पृथ्वी नामक तत्त्व। ४. शरीर जो मिट्टी का बना हुआ माना जाता है। ५. मृत। शरीर। लाश। शव। |
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समानार्थी शब्द-
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