शब्द का अर्थ
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मारग :
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पुं० [सं० मार्ग] मार्ग। रास्ता।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) मुहावरा—मारग मारना=किसी राह चलते आदमी को लूटना। मारग लगना या लेना=(क) रास्ते पर चलना। (ख) चले जाना। दूर हो जाना। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मारगन :
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पुं० [सं० मार्गण] १. बाण। तीर। २. भिक्षुक। याचक। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मारगी :
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स्त्री० [सं० मार्ग] राह चलतों को लूटने की क्रिया। बटमारी। उदाहरण—चोरी कराँ न मारगी।—मीराँ। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |