शब्द का अर्थ
|
लताड़ :
|
स्त्री० [हिं० लताड़ना] १. लताड़ने की क्रिया या भाव। २. कठिनता। दिक्कत। ३. परेशानी। हैरानी। ४. दे० ‘लाथड़’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
लताड़ना :
|
स० [हिं० लात] १. लातों या पैरों से कुचलना। रौंदना। २. लातों से मारना। ३. किसी लेटे हुए व्यक्ति के विशिष्ट अंगों पर खड़े होकर धीरे-धीरे इस प्रकार चलना कि उसकी पीड़ा या थकावट दूर हो जाय और उसे आराम मिले। ४. तंग या परेशान करना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |