शब्द का अर्थ
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विदु :
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पुं० [सं०√विद् (जानना)+कु] १. हाथी के मस्तक पर का वह गहरा अंश जो दोनों कुंभों के बीच में पड़ता है। २. घोड़े के कान के बीच का भाग। वि० बुद्धिमान्। |
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विदुख :
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पुं० [स्त्री० विदुखी]=विदुष (विद्वान्)। |
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विदुत्तम :
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पुं० [सं० ष० त०] १. वह जो सब बातें जानता हो। २. विष्णु। |
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विदुर :
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पुं० [सं०√विद् (जानना)+कुरच्] १. वह जो जानकार हो। २. ज्ञानवान्। ज्ञानी। ३. पंडित। पुं० १. अम्बिका के गर्भ से उत्पन्न व्यास के पुत्र जो धृतराष्ट्र और पांडु के भाई थे। २. एक प्राचीन पर्वत। विदूर। पुं०=वैदूर्य (मणि)। |
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विदुल :
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पुं० [सं० वि√दुल् (झूलना)+क√विद् (जानना)+कुलच्] १. बेंत। २. जलबेंत। ३. अमलबेंत। ४. बोल नामक गन्ध द्रव्य। |
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विदुला :
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स्त्री० [सं० विदुल+टाप्] १. सातला नाम का थूहर। २. विट् खदिर। |
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विदुष :
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पुं० [सं०√विद् (जानना)+क्वसु, व-उ] [स्त्री० विदुषी] विद्वान। पंडित। |
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विदुषी :
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स्त्री० [सं० विदुष+ङीष्] विद्वान स्त्री। |
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