शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

विशुद्ध  : वि० [सं० तृ० त०] [भाव० विशुद्धि] १. जो बिलकुल शुद्ध हो। खरा। जैसे—विशुद्ध घी। २. जिसमें कुछ भी दोष या मैल न हो। ३. सच्चा। सत्य।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विशुद्ध-चक्र  : पुं० [सं०] हठयोग के अनुसार शरीर के अन्दर के छः चक्रों में से एक जो ध्रूम वर्ण का तथा सोलह दलोंवाला है तथा गले के पास माना जाता है। विशेष—आधुनिक वैज्ञानिकों के अनुसार इसी चक्र की ग्रंथियों की प्रक्रिया से शरीर के अन्दर के विष बाहर निकलते हैं।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विशुद्धता  : स्त्री० [सं० विशुद्ध+टाप्] १. विशुद्ध होने की अवस्था या भाव। पवित्रता। २. चारित्रिक पवित्रता।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विशुद्धि  : स्त्री० [सं०] विशुद्धता। २. दोष, शंका आदि दूर करने की क्रिया या भाव। ३. भूल का सुधार। ४. पूर्ण ज्ञान। ५. सादृश्य।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विशुद्धिवाद  : पुं० [सं०] यह सिद्धान्त कि दूषित प्रभावों से अपने को या अपनी चीजों को निर्दोष तथा विशुद्ध रखना चाहिए।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ