शब्द का अर्थ
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शाण :
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पुं० [सं० शण+अण्] १. हथियारों की धार तेज करने का पत्थर या और कोई उपकरण। २. कसौटी नामक काला पत्थर। ३. चार माशे की एक पुरानी तौल। वि० १. सन के पौधे से संबंध रखनेवाला। २. सन के रेशों से बना हुआ। पुं० सन के रेशे का बना हुआ कपड़ा। भँगरा। |
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समानार्थी शब्द-
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शाणवास :
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पुं० [सं० ब० स०] १. वह जो सन का बना हुआ वस्त्र पहनता हो। २. जैनों का एक अर्हत्। |
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शाणाजीव :
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पुं० [सं० शाण-आ√जीव्+अच्] सान लगानेवाला कारीगर। |
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शाणिता :
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भू० कृ० [सं० शाण+इतच्-टाप्] १. (शस्त्र) जिसे सान पर चढ़ाकर चोखा या तेज किया गया हो। २. कसौटी पर कसा हुआ। |
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शाणी :
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स्त्री० [सं० शाण+ङीष्] १. सन के रेशों से बना हुआ कपड़ा। भँगरा। २. फटा पुराना कपड़ा। फटी पोशाक। ३. वह छोटा कपड़ा जो यज्ञोपवीत के समय ब्रह्मचारी को पहनने के लिए दिया जाता है। ४. धार तेज करने की सान। ५. कसौटी नामक पत्थर। ६. छोटा खेमा। रावटी। ७. आरा। ८. चार माशे की तौल। ९. संकेत। |
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