शब्द का अर्थ
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सानंद :
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वि० [सं० स+आनंद] जो आनन्द से युक्त हो। जैसे—यहाँ सब लोग सानंद हैं। अव्य० आनंद या प्रसन्नतापूर्वक। जैसे—आप सानंद वहाँ जा सकते हैं। पुं० १. एक प्रकार की संप्रज्ञात समाधि। २. संगीत में, १६ प्रकार के ध्रुवकों में से एक जिसका व्यवहार प्रायः वीर रस के वर्णन में होता है। ३. गुच्छ करंज। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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