शब्द का अर्थ
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सिराना :
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अ० [सं० शीतल, प्रा० सीअड़, पुं० हि० सीयर, सीरा] १. ठंडा या शीतल होना। २. धीमा या मंद होना। ३. तृप्त होना। स० [हिं० सीरा=शीतल] १. ठंड़ा या शीतल करना। २. धीमा या मंद करना। ३. धार्मिक अवसरों पर गेहूँ जौं आदि की उगाई हुई बालें, या पत्तियाँ किसी जलाशय या नदी में ले जाकर प्रवाहित करना। ४. तृप्त करना। ५. गाड़ना। अ० [हिं० सिरा] १. सिरे अर्थात पूर्णता या समाप्ति तक पहुँचना। २. खतम होना। न रह जाना। ३. गुजरना। बीतना। ४. निपटना। तै होना। स० [हिं० सिरा] १. सिरे अर्थात पूर्णता या समाप्ति तक पहुँचाना। समाप्त करना। २. बनाकर तैयार करना। ३. न रहने देना। नष्ट करना। उदा०—एहि विधि धरि मन धीर चीर अँसुवन सिराई कै।—नन्ददास। ४. समय गुजारना। बिताना। ५. तै करना। निपटाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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