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वेदान्त >> वेदान्त पर स्वामी विवेकानन्द के व्याख्यान वेदान्त पर स्वामी विवेकानन्द के व्याख्यानस्वामी विवेकानन्द
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स्वामी जी द्वारा अमेरिका और ब्रिटेन में वेदान्त पर दिये गये व्याख्यान
क्रमशः राष्ट्रों में परस्पर मेल होता जा रहा है, और मेरी यह दृढ़ धारणा है कि एक दिन ऐसा आएगा, जब राष्ट्र नामक कोई वस्तु नहीं रह जाएगी- राष्ट्र-राष्ट्र का भेद दूर हो जाएगा। हम चाहे इच्छा करें या न करें, हम जिस एकत्व की ओर अग्रसर हो जा रहे हैं, वह एक दिन प्रकट होगा ही। वास्तव में हम सब के बीच भ्रातृसम्बन्ध स्वाभाविक ही है,पर हम सब इस समय पृथक् हो गये हैं। ऐसा समय अवश्य आएगा, जब ये सब भेदभाव लुप्त हो जाएँगे- प्रत्येक व्यक्ति वैज्ञानिक विषय के ही समान आध्यात्मिक विषय में भी तीव्र रूप से व्यवहार कुशल हो जाएगा, और तब वह एकत्व, वह समन्वय समस्त जगत् में व्याप्त हो जाएगा। तब सारी मानवता जीवन्मुक्त हो जाएगी। अपनी ईर्ष्या, घृणा, मेल और विरोध में से होते हुए हम उसी एक की ओर संघर्ष कर रहे हैं। हम सब को लेती हुई एक वेगवती नदी समुद्र की ओर बही जा रही है। छोटे-छोटे कागज के टुकड़े, तिनके आदि की भाँति हम इसमें बहे जा रहे हैं। हम भले ही इधर-उधर जाने की चेष्टा करें, पर अन्त में हम भी जीवन और आनन्द के उस अनन्त समुद्र में अवश्य पहुँच जाएँगे।
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